Dakshin Mukhi Hanuman Mantra for Lakshmi Kripa

In this post, I have described the easy way to effectively utilize a verse from the Shri Ramcharitmanas and worship the Dakshin Mukhi Hanuman Murti for getting Lakshmi Kripa or the blessings of the Goddess of Money and Abundance Lakshmi.

This Dakshin Mukhi Hanuman Mantra Sadhana should be performed for nine Tuesdays in a row to get the desired results in getting money, wealth or material luxuries as per you exceptions.

Get up early in the morning and go to a Dakshin Mukhi Hanuman Mandir and offer a Coconut and a Garland of Madar Ke Phoolon Ki Mala or Garland of Crown Flowers in the English language to the Dakshin Mukhi Hanuman Murti.

Then, chant 1 rosary of the verse/Mantra from the Shri Ramcharitmanas using a Sphatik Japa Mala for counting the number of Mantra Chants.

मंत्र
कवन सो काज कठिन जग माही |जो नहीं होइ तात तुम पाहि |
Mantra
Kavan So Kaaj Kathin Jag Mahi | Jo Nahi Hoi Taat Tum Pahi |

The worship of the Dakshin Mukhi or South Facing Hanuman Idol is among other things considered to be most beneficial in money matters, including resolution of debts.

You can also refer to this remedy given below, which invoke the Dakshin Mukhi Hanuman for help in financial matters - Dakshin Mukhi Hanuman Sadhana for Freedom from Debts and Financial Crises

Detailed description of the Dakshin Mukhi Hanuman can be seen here - Meaning and Descriptions of the Different Forms of Hanuman

Comments

  1. कवन सो काज कठिन जग माही ---ये पंक्तियाँ किश्किन्धाकांड की हैं ,जिसमे रीछपति जामवंत सीता की खोज मे समुद्र लाँघने के लिए हनुमानजी को उनके बल का स्मरण कराते हैं-
    कहइ रीछपति सुनु हनुमाना .का चुप साधि रहेहु बलवाना.
    पवन तनय बल पवन समाना .बुधि विवेक विग्यान समाना.
    कवन सो काज कठिन जग माही .जो नही होत तात तुम पाही.
    कहते हैं किकार्य सिद्धि हेतु हनुमानजी को जगाना पड़ता है,उन्हे उनके बल पराक्रम का स्मरण कराना पड़ता है ,सुंदरकांड का नियमित पाठ करने वाले यदि पाठ के आदि और अंत मे उक्त पंक्तियों का (कहहि रीछपति सुनु--------तात तुम पाही )संपुट लगा कर पाठ करें ,तो आशातीत सफलता मिलती है .

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    1. Is this last line (below) also needed? I'm chanting these 4 (3+1) lines before chanting Hanuman Chalisa daily.

      "Ram Kaaj Lagi Tav Avtara. Suntahim Bhayoo Parvatkara"

      thanks

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  2. मुझे संपुट कवन सो काज का लगाना हैं या पूरे का संपुट लगाना।

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    1. कहई रीछपति -------से लेकर-------- तात तुम पाही तक संपुट लगाना है .

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  3. कृपया "बुधि विवेक विग्यान समाना "को "बुधि विवेक विग्यान निधाना "पढ़ें .
    सुदर्शन संहिता के विभीषण-गरुड़ संवाद मे विभीषण द्वारा कहे गये हनुमत्स्तोत्र पाठ से संपूर्ण कामनाओं की
    सिद्धि होती है .

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  4. Satya nidhi kindly reply my above query and one more thing I wud like to know. I m in so much problem in lyf can I do bajrang baan on daily basis.

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    1. बजरंग बाण का प्रतिदिन एकबार अवश्य पाठ करना चाहिए . अपने सामने हनुमानजी की मूर्ति या चित्र रखिए और चंदन,पुष्प,धूप आदि से पूजन कर ध्यान से उन्हे देखिए तथा श्रद्धा के साथ प्रणाम कीजिए .फिर "अतुलित बलधामं ----"से श्रद्धा पूर्वक स्तुति कीजिए.
      कष्ट और संकट के समय ,रात्रि मे शांत निद्रा के लिए,बच्चों की नज़र उतारने ,भूत बाधा दूर करने,अकारण प्राप्त भय को नष्ट करने और निर्विघ्न दिन व्यतीत करने के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है

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  5. Thnx satya nidhi ji, bt m ye janna chahata hu samput every dohe pr lgana h ya only jab sunderkand start kru or sunderkand ka end ho tab lgana h, kindly clarify. One more thing mujhe sunderkand k puri vidhi agr aap bta ske jisse m baba ko khush kru sku.
    My mail id is sanjayarora.homeshop18@gmail.com

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    1. सुन्दरकाण्ड का अनुष्ठान --
      सर्वप्रथम पूजास्थल में श्रीहनुमानजी का एक सुन्दर चित्र विधिवत प्रतिष्ठित कर लें .चित्र के समक्ष दिया /धूपबत्ती
      जलाकर रखें .चित्र का यथाशक्ति भक्तिभाव से पूजन करें ,किषिकन्धाकाण्ड की निम्न पंक्तियों का ग्यारह बार
      पाठ करें -"कहइ रीछपति सुनु ह नुमाना ----------जो नहीं होत तात तुम पाहीं ".इसके बाद सुंदरकांड का पाठ
      करें .इसके बाद पुन:उक्त पंक्तियों का ग्यारह बार पाठ करें ,इस प्रकार यह एक पाठ हुआ .
      इस प्रकार पैतालीस बार पाठ करना है .इस अनुष्ठान को किसी भी मंगलवार से प्रारम्भ करें .प्रतिदिन तीन पाठ
      करें ,तो पंद्रह दिनों में अनुष्ठान पूरा हो जाएगा .यदि तीन पाठ न कर सकें ,तो प्रतिदिन एक पाठ कर 45 दिनों
      में अनुष्ठान पूर्ण कर सकते हैं .
      satyanidhi1939@gmail.com

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  6. Kya Bajrang baan k path krne se , hanuman ji ko kast hota h [kyu ki hum log ram ji ki duhyi dete h hanuman ji ko]
    ,? Kya hame sirf jauri waqt pe Bajrang baan k path Krna chiyye??

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