Sarva Badha Nivaran Stotra of Bhairava
The Bhairav Mantra given in this post is also called as the Dwadash Naam Stotram of Bhairava. This is one the most effective and powerful prayers recited by Sidha Sadhaks for worshiping, appeasing and seeking the blessings of Lord Bhairava.
The daily recitation of this Dwadash Naam Stotram is most beneficial in removing all problems and obstacles of the Sadhak and gaining the Kripa Drishti of Lord Bhairava.
Note- Such prayers like this Sarva Badha Nivaran Stotra or All Problems and Obstacles removing Prayer of Lord Bhairava are only meant for those who know and understand the basic principles of Mantra Shastra and nature of the deity whom they are worshiping.
The daily recitation of this Dwadash Naam Stotram is most beneficial in removing all problems and obstacles of the Sadhak and gaining the Kripa Drishti of Lord Bhairava.
मंत्र - द्वादश नाम
काल - भैरो
बटुक - भैरो
ब्रह्म - भैरो प्रगामिनी
नृसिंह - भैरो महा-प्रेतः
दूध - भैरो प्रजन्तातः
भूत भैरो - भद्र चंच
कोट - भैरो महा धनम्र
रुद्र - भैरो महा-प्रेतः
त्रिनेत्रे च जटा-धरम्
वैताल - भैरो महा-प्रेतः
रक्त-बीजम् महेश्वरः
सम्बोध-भैरो महाऽऽकारम् |
त्रिशूल रण धारणम् |
भूत-प्रेत-पिशाचादि-
सर्व-शंका-निवारणम् |
Mantra – Dwadash Naam
Kaal – Bhairo
Batuk – Bhairo
Brahma – Bhairo Pragaamini
Nrusimha – Bhairo Maha-Pretah
Doodh – Bhairo Prajantaatah
Bhoot Bhairo – Bhadra Chanch
Kot – Bhairo Maha Dhanamra
Rudra – Bhairo Maha-Pretah
Trinetre Cha Jataa-Dharanam
Vaitaal – Bhairo Maha-Pretah
Rakta-Beejam Maheshvarah
Samboodh-Bhairo Mahaakaaram |
Trishul Rana Dhaaranam |
Trishul Rana Dhaaranam |
Bhoot-Pret-Pishaachaadi-
Sarva-Shankaa-Nivaaranam |
भैरव को शिव का रुद्र अवतार माना गया है .तंत्रसाधना मे भैरव के आठ रूप अधिक लोकप्रिय हैं -असिताँग भैरव,रु रु भैरव ,चन्ड भैरव,क्रोधोन्मत्त भैरव,भयंकर भैरव,कपाली भैरव,भीषण भैरव,संहार भैरव.
ReplyDeleteरुद्रयामल तंत्र मे 64 भैरव के नामो का उल्लेख है .
प्रमुख रूप से काल भैरव और वटुक भैरव की साधना ही प्रचलन मे है .भैरव का उग्र रूप है काल भैरव और सौम्य रूप है वटुक भैरव .सद-गृहस्थ प्राय: वटुक भैरव की उपासना करते हैं,जबकि श्मशान साधक काल भैरव की .
श्री कालभैरव वटुकभैरव के शाबर स्तोत्र मंत्र बड़े प्रभाव शाली बताए जाते हैं .शत्रु क्षय,उपद्रवो की शांति ,पुष्टि कर्मो की सिद्धि के लिए इनका प्रयोग होता है .
Namaskar Guruji , Mujhe Shree Bhairav ji sadhan karni ,pls marg bataye.
ReplyDeleteकाल भैरव भगवान शिव का अत्यन्त ही उग्र तथा तेजस्वी स्वरूप है.
Deleteसभी प्रकार के पूजन/हवन/प्रयोग में रक्षार्थ इनका पुजन होता है.
ब्रह्मा का पांचवां शीश खंडन भैरव ने ही किया था.
इन्हे काशी का कोतवाल माना जाता है.
नीचे लिखे मन्त्र की १०८ माला रात्रि को करें.
काले रंग का वस्त्र तथा आसन रहेगा.
दिशा दक्षिण की ओर मुंह करके बैठें
इस साधना से भय का विनाश होता है तथा साह्स का संचार होता है.
यह तन्त्र बाधा, भूत बाधा,तथा दुर्घटना से रक्षा प्रदायक है.
॥ ऊं भ्रं कालभैरवाय फ़ट ॥
Dhanyavaad Guruji ,108 mala karni hai ya 1 mala kar sakte hai ? aur Shree Bhairav ji ki photo sthapan karni hai ?krupya jaap suru karne ka subh din bataye .
Deleteभैरवजी के चित्र के सामने दीप,घूप आदि से पूजा कर कम से कम एक माला जप करें .किसी भी दिन से
Deleteशुरू कर सकते हैं
satyanidhi1939@gmail.com
can you give me the script in tamil
ReplyDeleteU CAN TAKE THE TO u'R NEARBY COLLEGE & ASK ANY TEACHER / LECTURER FOR TRANSLATION IN U'R LOCAL LANGUAGE ',.
Deleteinthe above english translation the last third line of the HINDI MANTRA IS MISSING . KINDLY CAN u ADD THEM
ReplyDelete